जानिए क्यों
बुद्धिमान व्यक्ति नहीं ढूंढ पाते हैं खुशी
अधिक बुद्धिमान लोगों की उम्मीदें अधिक होती हैं, जिन पर खरा ना उतरने वाली चीजें उन्हें संतुष्ट नहीं कर पाती हैं और इसके कारण वो खुशियों से दूर होते चले जाते हैं।
क्या आपको लगता
है खुशी का मतलब सिर्फ सफल करियर या अच्छी फैमिली का होना होता है? या सच्चे जीवन
साथी के साथ होने से जीवन में खुशियां होती है। यह सब चीजें आपको खुश रखने के लिए
पर्याप्त नहीं होती हैं। बुद्धिमान और मूर्ख लोगों के लिए खुशी का मतलब अलग-अलग
होता है। बुद्धिमान लोगों का जीवन को देखने का नजरिया अलग होता है। उसी तरह उन्हें
खुशी देने वाली चीजें भी अलग होती हैं। उनके सपने बड़े होते हैं जिसको पाने की
इच्छा में वह छोटी-छोटी खुशियां भूल जाते हैं। इस वजह से अक्सर उन्हें छोटी-छोटी
खुशियों को महसूस नहीं कर पाते हैं और उन्हें खुश करना बहुत मुश्किल हो जाता है।
इसके पीछे क्या कारण हो सकते हैं आइए जानते हैं।
1. ज्यादा ऐनालिसिस के शिकार होते हैं:
बहुत ज्यादा बुद्धिमान लोग हर समय सोचते रहते हैं और जीवन में जो कुछ भी हुआ है उसका विश्लेषण करते रहते हैं। ज्यादा सोचने से वह परेशान भी हो सकते हैं खासकर जब वह किसी बात का निष्कर्ष निकाल रहे होते हैं। उनके चीजों को समझने की क्षमता ज्यादा होती है जिसके कारण वह अपने आस-पास की चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं।
बहुत ज्यादा बुद्धिमान लोग हर समय सोचते रहते हैं और जीवन में जो कुछ भी हुआ है उसका विश्लेषण करते रहते हैं। ज्यादा सोचने से वह परेशान भी हो सकते हैं खासकर जब वह किसी बात का निष्कर्ष निकाल रहे होते हैं। उनके चीजों को समझने की क्षमता ज्यादा होती है जिसके कारण वह अपने आस-पास की चीजों पर ध्यान नहीं देते हैं।
2. अकेला महसूस करते हैं:
बुद्धिमान लोगों
को समझने वाले और उनके तरीके से सोचने वाले बहुत कम लोग मिलते हैं। उन्हें अपने
आस-पास बहुत ही कम ऐसे लोग मिलते हैं जो उन्हें समझ सके। वह हमेशा अकेला महसूस
करते हैं जिनकी कोई भी सराहना नहीं करता है।
3. उनके लक्ष्य बड़ी चीजों के लिए होते हैं:
बुद्धिमान लोग अपने जीवन में किसी भी चीज से संतुष्ट नहीं होते हैं, क्योंकि वे बड़ी चीजों के बारे में सोचते हैं। कुछ लोग तो इस सोच में इतने आगे चले जाते हैं कि वह कभी खुशी महसूस नहीं कर पाते हैं। सामान्य जीवन उनके लिए बोरिंग होता है इसलिए वह हमेशा कुछ ना कुछ सोचते रहते हैं।
बुद्धिमान लोग अपने जीवन में किसी भी चीज से संतुष्ट नहीं होते हैं, क्योंकि वे बड़ी चीजों के बारे में सोचते हैं। कुछ लोग तो इस सोच में इतने आगे चले जाते हैं कि वह कभी खुशी महसूस नहीं कर पाते हैं। सामान्य जीवन उनके लिए बोरिंग होता है इसलिए वह हमेशा कुछ ना कुछ सोचते रहते हैं।
4. बुद्धिमान इंसान खुद को बहुत मुश्किल से जज
करते हैं:
तेज दिमाग वाले
लोग खुद को बहुत ही मुश्किल से जज करते हैं। यह सिर्फ सक्सेस और हार के बारे में
हीं नहीं है बल्कि उनके खुद के बारे में भी होता है। उनकी गहरी सोच के कारण वह खुद
की दूसरों से तुलना नहीं कर पाते हैं।
5. वह हर किसी चीज को अपने हाई स्टैंडर्ड से मैच
करने की कोशिश करते हैं:
ज्यादा बुद्धिमान लोगों को पता होता है कि उन्हें क्या चाहिए होता है। उनकी उम्मीदों पर खरा ना उतरने वाली चीजें उनको संतुष्ट नहीं कर पाती हैं और इससे उन्हें खुश रहने में परेशानी होती है। यह सभी चीजों के लिए सत्य होता है फिर चाहे वो करियर हो या जीवन का कोई रिश्ता ही क्यों ना हो।
ज्यादा बुद्धिमान लोगों को पता होता है कि उन्हें क्या चाहिए होता है। उनकी उम्मीदों पर खरा ना उतरने वाली चीजें उनको संतुष्ट नहीं कर पाती हैं और इससे उन्हें खुश रहने में परेशानी होती है। यह सभी चीजों के लिए सत्य होता है फिर चाहे वो करियर हो या जीवन का कोई रिश्ता ही क्यों ना हो।
6. स्मार्ट लोग ज्यादातर मनोवैज्ञानिक मुद्दे
विकसित कर लेते हैं:
बहुत सी स्टडी के मुताबिक बुद्धिमान लोगों और मानसिक बीमारियों में संबंध पाया गया है और इन बीमारियों के साइड इफेक्ट दिमाग पर हो सकते है। ऐसा जरुरी नहीं है कि हर बुद्धिमान व्यक्ति मानसिक बीमारी से प्रभावित हो। अगर आप विश्लेषण के बारे में ज्यादा सोचते हैं तो एक समय ऐसा आता है जब आप मौत के बारे में सोचने लगते हैं।
बहुत सी स्टडी के मुताबिक बुद्धिमान लोगों और मानसिक बीमारियों में संबंध पाया गया है और इन बीमारियों के साइड इफेक्ट दिमाग पर हो सकते है। ऐसा जरुरी नहीं है कि हर बुद्धिमान व्यक्ति मानसिक बीमारी से प्रभावित हो। अगर आप विश्लेषण के बारे में ज्यादा सोचते हैं तो एक समय ऐसा आता है जब आप मौत के बारे में सोचने लगते हैं।
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